भारत दुनिया में सबसे बड़ी खाद्य श्रृंखला वाला देश होना चाहिए: केसीआर
पिछले 50 वर्षों में भारत अभी तक किसी भी लक्ष्य तक नहीं पहुंचा है: केसीआर
राष्ट्र निर्माण में हानि या कष्ट हो तो कोई बात नहीं: केसीआर
हैदराबाद। मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने सोमवार को अपने संबोधन में कहा कि बीआरएस पार्टी देश के विचारकों को एक करके एक महान भारत के निर्माण के लिए गठित किया गया है। राष्ट्र निर्माण में हानि या कष्ट हो तो कोई बात नहीं। बीआरएस प्रशिक्षण कक्षाएं जल्द ही आयोजित की जाएंगी।
आंध्र प्रदेश के पूर्व मंत्री रावेला किशोर बाबू, पूर्व आईएएस चंद्रशेखर, पूर्व आईआरएस चिंताला पार्थसारथी और कई अन्य नेताओं के बीआरएस पार्टी में शामिल होने के अवसर पर सीएम केसीआर ने अपने संबोधन में कहा कि अब देश की राजनीति बदल चुकी है। दूसरे दल धार्मिक दंगों, पैसे के बलपर जातिगत झगड़ों की राजनीति कर रहे हैं और किसी भी कीमत पर चुनाव जीत रहे हैं।
केसीआर ने कहा कि उद्देश्य की शुद्धता और नीयत की शुद्धता हो तो ऐसा कुछ भी नहीं है जिसे हासिल नहीं किया जा सकता। बीआरएस पार्टी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री केसीआर ने स्पष्ट किया कि दुनिया में मानव जीवन में ये बातें कई बार साबित हुई है।
केसीआर ने कहा कि आजादी से पहले राजनीति कुर्बानी थी। आजादी से पूर्व की राजनीति में लोगों ने जीवन, संपत्ति, परिवारों और यदि आवश्यक हो, तो जीवन बलिदान कर दिया। आजादी के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू के नेतृत्व में अंबेडकर के मार्गदर्शन में हमने संविधान पर काम करना शुरू किया। वार्षिक योजनाएँ, पंचवर्षीय योजनाएँ लाकर एक दिशा, जिस दिशा में यह देश आगे बढ़े, अनेक प्रयास किए गए हैं।
उसके बाद राजनीति और सार्वजनिक जीवन में अनेक परिवर्तन हो चुका है। जहां तक मेरी समझ में आया है कि पिछले 50 वर्षों के लंबे राजनीतिक जीवन में भारत अभी तक किसी भी लक्ष्य तक नहीं पहुंचा है। लोगों की इच्छाएँ और स्वतंत्रता के फल अभी तक पूरे नहीं हुए हैं। अमेरिका और चीन हमसे आगे हैं। अमेरिका के भूमि क्षेत्र का केवल 29 प्रतिशत कृषि भूमि है। चीन के पास केवल 16 प्रतिशत कृषि योग्य भूमि है। लेकिन हमारे देश में 50 प्रतिशत जमीन खेती के लिए उपयुक्त है। 40 करोड़ एकड़ भूमि कृषि के लिए उपयुक्त है।
केसीआर ने कहा कि खेती अच्छी के लिए धूप होनी चाहिए, तभी फसलें बढ़ेंगी। धूप भी भरपूर है। हमारे पास तीन प्रकार के पारिस्थितिक तंत्र हैं। कई राज्यों में तटीय जलवायु मौजूद है। सेब और आम कृषि जलवायु परिस्थितियों में उगाए जाते हैं। हमारे देश में हर साल एक लाख 40 हजार टीएमसी बारिश हो रही है। यह केंद्र द्वारा दिया गया आंकलन है। 70 हजार टीएमसी पानी पर्याप्त है। भूमि, सौर और पर्यावरण क्षेत्र हैं.. काम करने वाले लोग हैं। अगर हम सही तरीके से आगे बढ़ते हैं.. भारत दुनिया में सबसे अच्छी खाद्य श्रृंखला वाला देश होना चाहिए। लेकिन किसानों ने 13 महीने तक धरना दिया और अपनी जान गंवाई।
केसीआर ने कहा कि हम लाखों करोड़ रुपए के पाम ऑयल और गुड़ का आयात कर रहे हैं। इस देश को धोखा क्यों दिया जा रहा है? क्या इससे बचा जा सकता है.. सार्वजनिक जीवन के हर व्यक्ति को सोचना चाहिए।
केसीआर ने कहा कि बीआरएस देश के हित को ध्यान में रखकर गठित किया गया है ताकि देश के किसान समृद्ध हो सकें।